Login to make your Collection, Create Playlists and Favourite Songs

Login / Register
Ladki | Anjana Verma
Ladki | Anjana Verma

Ladki | Anjana Verma

00:01:44
Report
लड़की | अंजना वर्मागर्मी की धूप मेंसुर्ख़ बौगेनवीलिया कीएक उठी हुई टहनी की तरहवह पतली लड़कीगर्म हवा झेलतीसाइकिल के पैडल मारतीचली जा रही हैवह जब भी निकलती है बाहरकालेज के लिएकई काम हो जाते हैंरास्ते में दवा की दुकान हैऔर डाकघर भीकाम निबटाते और वापस आतेदेर हो जाती है अक्सरसवेरे का गुलाबी सूरजहो जाता हे सफेद तब तक तपकररोज़ ही करती है सामना लू काउसे अपना रास्ता मालूम हैअब रास्ते में जो मिलेछाँह की उम्मीद उसे नहीं रहती हैधूप के लिए लड़कीहमेशा तैयार रहती है

Ladki | Anjana Verma

View more comments
View All Notifications